दरभंगा की धरती पर, जहाँ मिथिला की संस्कृति फैली हुई है, वहाँ आज एक नया सूरज उदय हुआ है। एक ऐसा सूरज जो कैंसर की काली छाया को दूर करेगा। 70 करोड़ की महंगी लागत से बना है यह 200 बेड वाला अस्पताल, जो कैंसर के रोगियों के लिए एक नई आशा का प्रतीक है।
गंगवाड़ा में, जहाँ बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने इसका उद्घाटन किया, वहां पुष्प वर्षा से उनका स्वागत हुआ। यह अस्पताल होमी भाभा कैंसर इंस्टीट्यूट द्वारा संचालित होगा, जो मिथिलांचल और कोसी क्षेत्र के लोगों को एक नया जीवन देगा।
इस सुंदर पल में, सांसद गोपाल जी ठाकुर, विधायक संजय शरावगी, विनय चौधरी, मुरारी मोहन झा सहित कई जनप्रतिनिधि और कार्यकर्ता उपस्थित थे। सांसद ठाकुर ने इसे मिथिला और दरभंगा के लिए एक वरदान कहा, जहाँ लोग लंबे समय से कैंसर की विपदा से जूझ रहे थे।
विधायक शरावगी ने इस दिन को ऐतिहासिक बताया, जिसने बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं का द्वार खोला। उन्होंने यह भी घोषणा की कि आज से 9 से 14 वर्ष की बच्चियों के लिए सर्वाइकल कैंसर रोकथाम का टीकाकरण अभियान शुरू हो रहा है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि यह अस्पताल एक बड़ी राहत लेकर आया है, खासकर ओरल कैंसर से पीड़ितों के लिए। उन्होंने वादा किया कि इस अस्पताल में सभी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी, जो रोगियों को एक नई जिंदगी दे सकें।
इस प्रकार, दरभंगा में एक नया अध्याय शुरू हुआ है, जहाँ स्वास्थ्य का सूरज उगा है और कैंसर की अंधेरी रात को मिटाने का प्रयास जारी है।
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